ये मेरी कुछ बेहिसाब सी कहानी है, बहुत खामोश, पर ऐसी ही ज़िंदगानी है।। ये मेरी कुछ बेहिसाब सी कहानी है, बहुत खामोश, पर ऐसी ही ज़िंदगानी है।।
मैं जब भटकूँ अंधेरों में... मैं जब भटकूँ अंधेरों में...
वो सहमी सी हंसी और आंखों में नमी शायद तुम नाराज़ थी किसी बात पर! वो सहमी सी हंसी और आंखों में नमी शायद तुम नाराज़ थी किसी बात पर!
मुझे मालूम था, तुम मुझसे दूर चले जाओगे प्यार और विश्वास की बातें बस लफ़्ज़ों में निभाओगे लेकिन, मुझे मालूम था, तुम मुझसे दूर चले जाओगे प्यार और विश्वास की बातें बस लफ़्ज़ों में न...
कुछ लिखना चाहता था फिर से आज मैं तेरे लिए! कुछ लिखना चाहता था फिर से आज मैं तेरे लिए!
वो जो खो गया है कहींं, आज भी मेरे साथ चलता है! वो जो खो गया है कहींं, आज भी मेरे साथ चलता है!